हाल के उर्वरक बाजार का मूल्य रुझान कैसा है?
वैश्विक स्थिति से प्रभावित होकर सबसे पहले सल्फर की कीमत पर असर पड़ेगा। चूंकि रूस सल्फर निर्यात करने वाले प्रमुख देशों में से एक है, इसलिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार पर इसका महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। ऐसा लगता है कि छोटी अवधि में सल्फर की कीमत तेजी से बढ़ेगी।
फिर सल्फर (कच्चे माल के रूप में) पर आधारित उत्पाद सीधे प्रभावित होंगे। जैसे कि:
मोनो अमोनियम फॉस्फेट (एमएपी)
डायकैल्शियम फॉस्फेट (डीसीपी)
मोनो पोटेशियम फॉस्फेट (एमकेपी)
पोटेशियम फॉस्फेट (एसओपी)